Sad Shayari in Hindi
Sad Poetry is loved by people who are depressed and heart-broken. Reading and Writing Urdu sad poetry is a nice way to express your sad feelings to the world.
उस बेवफा ने मेरा दिल शीशे की तरह तोड़ दिया,
इसलिए हमने अपनी ज़िन्दगी का रास्ता ही मोड़ लिया,
बस मोहब्बत की बात ही मत करना,
क्योंकि अब हमने मोहब्बत करना ही छोड़ दिया।
इसलिए हमने अपनी ज़िन्दगी का रास्ता ही मोड़ लिया,
बस मोहब्बत की बात ही मत करना,
क्योंकि अब हमने मोहब्बत करना ही छोड़ दिया।
क्या अजीब था उनका मुझे छोड़ के जाना,
सुना कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं,
कुछ इस तरह बर्बाद हुए उनकी मोहब्बत में,
लुटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं।
सुना कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं,
कुछ इस तरह बर्बाद हुए उनकी मोहब्बत में,
लुटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं।
पल पल उसका साथ निभाते हम,
एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम,
समन्दर के बीच में फरेब किया उसने,
कहते तो किनारे पर ही डूब जाते हम।
एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम,
समन्दर के बीच में फरेब किया उसने,
कहते तो किनारे पर ही डूब जाते हम।
मैं ख़ामोशी हूँ तेरे मन की,
तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा,
मैं एक उलझा लम्हा हूँ,
तू रूठा हुआ हालात मेरा।
तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा,
मैं एक उलझा लम्हा हूँ,
तू रूठा हुआ हालात मेरा।
इश्क करना तो लगता है जैसे,
मौत से भी बड़ी एक सजा है,
क्या किसी से शिकायत करें हम,
जब अपनी तकदीर ही बेवफा है।
मौत से भी बड़ी एक सजा है,
क्या किसी से शिकायत करें हम,
जब अपनी तकदीर ही बेवफा है।
दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बैठे,
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे,
वो हमे एक लम्हा न दे पाए प्यार का,
और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बैठे।
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे,
वो हमे एक लम्हा न दे पाए प्यार का,
और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बैठे।
मुझे तुझसे कोई शिकवा या शिकायत नहीं,
शायद मेरे नसीब में तेरी चाहत नहीं है,
मेरी तकदीर लिखकर खुदा भी मुकर गया,
मैंने पूछा तो बोला ये मेरी लिखावट नहीं है।
शायद मेरे नसीब में तेरी चाहत नहीं है,
मेरी तकदीर लिखकर खुदा भी मुकर गया,
मैंने पूछा तो बोला ये मेरी लिखावट नहीं है।
जब भी उनकी गली से गुज़रते हैं,
मेरी आँखें एक दस्तक दे देती हैं,
दुःख ये नहीं वो दरवाजा बंद कर देते हैं,
ख़ुशी ये है कि वो मुझे पहचान लेते हैं।
मेरी आँखें एक दस्तक दे देती हैं,
दुःख ये नहीं वो दरवाजा बंद कर देते हैं,
ख़ुशी ये है कि वो मुझे पहचान लेते हैं।
मोहब्बत की सजा बेमिसाल दी उसने,
उदास रहने की आदत सी डाल दी उसने,
मैंने जब अपना बनाना चाहा उसको,
बातों बातों में बात टाल दी उसने।
उदास रहने की आदत सी डाल दी उसने,
मैंने जब अपना बनाना चाहा उसको,
बातों बातों में बात टाल दी उसने।
तुम्हें ग़ैरों से कब फुर्सत
हम अपने ग़म से कब ख़ाली,
चलो बस हो चुका मिलना
न तुम ख़ाली न हम ख़ाली।
हम अपने ग़म से कब ख़ाली,
चलो बस हो चुका मिलना
न तुम ख़ाली न हम ख़ाली।
दिल से मिले दिल तो सजा देते हैं लोग ,
प्यार के जज्बातों को डुबा देते हैं लोग,
दो इँसानो को मिलते कैसे देख सकते हैं,
साथ बैठे दो परिन्दो को उड़ा देते हैं लोग।
प्यार के जज्बातों को डुबा देते हैं लोग,
दो इँसानो को मिलते कैसे देख सकते हैं,
साथ बैठे दो परिन्दो को उड़ा देते हैं लोग।
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